दिल

खो ना दु तुम्हे इस बात से डरता था दिल।
दूर ना हो जाऊं तुम से इस सोच में सहम जाता था दिल।
तेरी खुशीयो की ख़्तिर खुदा से भी लड़ जाता था दिल।
और हुआ भी कुछ ऐसा ही तुम्हारी खुशियो के ख़्तिर आज भी चूप रह जाता है दिल।
         - राधा माही सिंह

Comments

Popular posts from this blog

तुम आना

उनकी आँखें

ऐ ज़िंदगी