वो कलम था कालाम का।

वो कलम था कलाम का
जो देता था दुआएं सलाम का।
वो कलम था कलाम का
जो टूट जाने पर भी साथ दिया करता था।
वो वचन था कलाम का
हर मुश्किल से मुश्किल काम को आसार किया करता था वो सोच और विचार था कलाम का ।
खो गया था एक तारा खो गया था एक कलम जिस पर
नाम था हमारे अब्दुल कलाम का।
वो सिख और उच्च-विचार था हमारे कलाम का।
                        -राधा माही सिंह

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