जिंदगी है एक फल-सफा।
जिंदगी एक फल-सफा है जी से जीते रहना चाहिए।
हर किसी को हर किसी से ना किसी से मिलते रहना चाहिए।
एक नया सफर हो और उस सफर में अपनी चाहत को पाने का आगाज होनी चाहिए।
हर किसी को हर किसी से मिलते रहना चाहिए।
पुरानी चेहरा और नया सोच कायम रखना चाहिए। रुकावटें बहुत सी होंगी आपके जीवन में आपके और आपके मंँजिलों के बीच मगर खाबो और मंँजिलों से अटूट रिश्ता रखना चाहिए।
टूट कर भी जो ना टूटे ऐसी हिम्मत और जज्बा होनी चाहिए।
राते तो बहुत होंगी और ना जाने कितने सुबह होंगे जीवन में मगर हर पल को ऐसे जियो कि आखिरी होनी चाहिए।
जिंदगी एक फलसफा है जिसे जीते रहना चाहिए। कभी-कभार दिए को भी चलाते रहना चाहिए। उस दिए की महक से घर-आँगन के साथ-साथ अपने जीवन को भी मैं महकाना चाहिए।
उदासियों के साथ-साथ मुस्कुराहटें भी लबों पर सजोते रहना चाहिए।
जिंदगी एक फलसफा है जिससे जीते रहना चाहिए।
- राधा माही सिंह
NYC poem
ReplyDeleteIt was awwsommm____just outstanding
ReplyDeleteAti sundar
ReplyDeleteVery nyc i am really inspried from this poem...
ReplyDeleteAchhha H Bht Khub
ReplyDeleteWah radha kya baat hai...
ReplyDeleteVery nice..
Oms
ReplyDeleteAmizin
ReplyDeleteजी आप सभी का बहुत-बहुत आभार
ReplyDeleteIf anyone can follow all over this poem then he or she will only understand
ReplyDeleteSuperb
ReplyDeleteसुंदर लिखा है आपने।
ReplyDeleteCongratulations
Kya likha hai 🐰🐰🐱🐱🐱🐆🐆🦌
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