कोशिश

एक नई ज़िंदगी की शुरुआत करने की कोशिश।
तमनाओ के शहर को आग लगा ने की कोशिश।
एक बार फिर से खुद से भागने की कोशिश।
एक नई चाहतों, एक नया जोश के साथ पुराने यादों को दफनाने की कोशिश।
एक नई ज़िंदगी जीने की ख्वाइश लिए।
अपने पुराने शहर को छोड़ने की कोशिश।
अपने यादों के पिटारो में, कुछ गम तो कुछ खुशियों को समेटने की कोशिश।
हर दफा, हर मरतबा, हर हाल में हमने कोशिश किया है।
कि उस राज से खुदको दूर रखने की कोशिश।
कि अधूरे "चाहते" लिए "जिए" जाने की कोशिश।
गम को खुद में घोल कर जहर पीने की कोशिश।
थक कर ना हारने की कोशिश।
उलझनों में भी कि चलते रहने की कोशिश।
मालूम है ना होने का कुछ भी।
मगर हो जायेगा सब कुछ मेरा यह भ्रम में भी जीने की कोशिश।
बस कोशिशें और जिन्दगी भर की कोशिश।
कि बेहतर से बेहतरीन करने की कोशिश।
                     - राधा माही सिंह 

Comments

Popular posts from this blog

जिद्द

अच्छा लगता है।

एक दौर