अब गर

अब गर तुम प्रेम करना तो उससे करना।
जो तुम्हे तुम जैसा चाहे।
अब गर तुम प्रेम करना तो उससे करना।
जो तुम्हे तुम जैसा सराहे ।
अब गर तुम प्रेम करना तो उस से करना ।
जो तुमको तुमसे ज्यादा चाहे।
तुम्हारी पसंद ना पसंद को स्वीकारे।
अब जो तुम प्रेम करना तो बेहद करना।
मगर उससे करना जो तुम्हे टूट कर चाहे।
- राधा माही सिंह

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